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जहां श्रद्धा होती है वहां भक्ति होती है जहां भक्ति होती हैं वहां शक्ति होती है।
जय माता दी!
जहां श्रद्धा होती है वहां भक्ति होती है जहां भक्ति होती हैं वहां शक्ति होती है।
विश्व में प्रसिद्ध देवभूमि कहलाने वाला हमारा राज्य उत्तराखंड देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध है।
क्या आप जानते हैं इसे देवभूमि क्यों कहा जाता है ?
कहते हैं ऋषि मुनियों ने सैकड़ों साल तपस्या करके इसे दिव्यभूमि बनाया है, यहां के कण-कण में भगवान का वास है। जिसका वैभव पाने के लिए श्रद्धालु मीलों की यात्रा करके अपने देवी देवताओं के दर्शन करने आते हैं।
देवभूमि उत्तराखंड से ही गंगा, यमुना, अलकनंदा, मंदाकिनी आदि नदियां निकलती है, चार धाम भी यही हैं, अज्ञातवास में पांडवों का आना, यहां की हवा, पानी, स्वास्थ्य वर्धक खाना, संजीवनी बूटि जैसी जड़ी बूटियां, स्वच्छता, पवित्रता, शांति और सुंदरता व अन्य कई कारणों से प्रसिद्ध है। इसीलिए इसे देव भूमि कहा जाता है।
इसमें से एक पवित्र स्थान गढ़वाल और कुमाऊं के सीमांत क्षेत्र में महाकाली का भव्य मंदिर है जो अपने आप में आस्था का बहुत बड़ा पवित्र धार्मिक स्थान है।
यहां पर मान्यता है कि जो भी भक्त मुराद लेकर मंदिर जाता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है।
भक्तों और महाकाली निर्माण समिति के द्वारा हर 3 वर्ष में एक बार महाकाली का विशेष पूजन किया जाता है। यह पूजन लगभग दिसंबर के महीने में किया जाता है। जिसे लोकल भाषा में "जतोडा" भी कहा जाता है।
जतोड़े के दिन बहुत बड़ा मेला लगता है देश - प्रदेश से आए लोग पूरा आनंद लेते हैं और चारों ओर भक्तों की भीड़ और माता का जय जय कार से पूरा क्षेत्र गूंज उठता है, जहां दूर तक दृष्टि जाती है सारे पहाड़ों के रास्ते फुल हो जाते हैं। इसका नजारा आप हमारे इस वीडियो के द्वारा देख सकते है।
हमें आशा है इतनी सुंदर जगह जाने को आपका मन भी जरूर करेगा।
माता रानी की कृपा से जब भी आपको बुलावा आएगा, दरबार आपके लिए खुला रहेगा।
धन्यवाद
जय माता दी



लेखक: योग गुरु नरेश सिंह
गांव: तिमला खोली जिला पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड ।