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श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणं नवकंजलोचन कंजमुख करकंज पदकंजारुणं




श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणं।
नवकंजलोचन कंजमुख करकंज पदकंजारुणं।।
आप सभी को हमारे आराध्य श्रीराम जी की जन्मभूमि अयोध्या में उनके भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन व शिलान्यास की बहुत-बहुत बधाई 



कोटि कोटि प्रणाम व नमन् उन सभी को
जिन्होंने,अपने प्राणों की आहुति देकर रामजन्म भूमि आन्दोलन को सफल बनाया व विजय प्राप्त कर आज हमें यह शुभ दिन देखने का अवसर प्रदान किया।


साथ में प्रणाम व धन्यवाद उन महानुभावों का
जिन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने में अपना अमूल्य योगदान व समय दिया।


और उनका भी धन्यवाद जिन्होंने राम जन्मभूमि व मंदिर का विरोध किया,वह इसलिए क्योंकि आजतक हिंदुओं ने धर्मनिरपेक्ष संविधान के अनुसार देशहित को ध्यान में रखते हुए धर्म से अधिक कर्म पर विश्वास करते हुए देश के विकास के लिए केवल आर्थिक,सामाजिक,बौद्धिक,राजनीतिक आदि प्रकार की शिक्षा ग्रहण की और देश को प्रगति की ओर ले गए,ले जा रहे हैं व ले जाते रहेंगे।
हम हिंदुओं ने धर्म के आधार पर शिक्षा ग्रहण नही की,हमें धर्म का ज्ञान केवल हमारे घरों से ही प्राप्त हुआ, हमने सार्वजनिक विकास कार्यों में कभी भी धार्मिक दृष्टि से सरकारों का विरोध नही किया।
हमें गर्व है हमारे शिक्षकों ने हमें देशभक्ति,देश की प्रगति की शिक्षा प्रदान की व कभी भी देशद्रोही शिक्षा नही दी।
हमारे शिक्षण संस्थान भी धर्म के आधार पर बहुत कम है जो है भी उनमें विश्व कल्याण व देशभक्ति की ही शिक्षा प्रदान की जाती है,न कि देश विरोधी व मानव विनाश की।
परन्तु विरोध करने वालों ने हमें यह शिक्षा दी कि धर्मनिरपेक्षता,भाईचारा जैसे शब्द केवल हिंदुओं के लिए है व एक धीमें जहर की तरह है।
वर्षों से देखते आ रहे इस आन्दोलन से हमें अपने कर्म के साथ-साथ, अपने धर्म और अस्तित्व को बचाने का ज्ञान भी प्राप्त हुआ इसके लिए सभी राम जन्मभूमि व मंदिर निर्माण विरोधियों का बहुत-बहुत धन्यवाद 

जगमोहन पटवाल
थबड़िया मल्ला